Thursday, June 30, 2011

खून का बदला खून

ट्रीपल मर्डर (बिलखिरिया)
मनोज राठौर
राजधानी से २५ किलोमीटर दूर स्थित कान्हा सैया गांव निवासी पूर्व सरंपच गोकुल सिंह ठाकुर, उसका बड़ा भाई अर्जुन सिंह और अर्जुन का साला बलवीर सिंह रायसेन की ओर से रिश्तेदारी से १६ मई २०१० की दोपहर एक बजे घर की ओर लौट रहे ो। आदमपुरा गांव की मुख्य सड़क पर मारुति सवार पांच लोगों ने उनकी बाइक को जबरदस्त टक्कर मारी। इससे वह घायल हो गए। इसके बाद आरोपियों ने सड़क पर घायल पड़े अर्जुन, बलवीर और गोकुल पर कुल्हाड़ी तथा डंडे से हमला कर दिया। हमले के दौरान बलीवर जाने बचाकर भागा, लेकिन आरोपी ने कट्टे से फायर कर उसे सड़क से लगे खेत में गिरा दिया और उसकी भी कुल्हाड़ी तथा डंडे से नृंशस हत्या कर दिया। इसके बाद पांचों आरोपी खेत के रास्ते अमजरा नदी की ओर भाग निकले।
कान्हा सैया में रहने वाले हिम्मत उर्फ हन्नू सिंह ठाकुर खेती किसानी करते हैं। उनके चार बेटे अर्जुन(३५), गोकुल(२५), सुर्जन (२८)और तौंफान सिंह (३०) है। गोकुल पूर्व सरपंच था। पिछले साल टयूवबेल लगाने को लेकर रिश्तेदार भगवान सिंह ठाकुर और उनके बीच खूनी संघर्ष हुआ। इस खूनी खेल में भगवान सिंह के बेटे निरंजन उर्फ रंजू की मौत हो गई थी। इसके बाद यह रंजिश भगवान दोनों परिवार के दिलों में घर कर गई। भगवान सिंह का परिवार हिम्मत सिंह के बेटे को मारने की फिराक में घात लगाकर बैठा था। पिछले साल अक्टूबर माह में उसने अपने बेटे दीवान सिंह समेत पांच लोगों के साथ मिलकर गोकुल और अर्जुन पर हथियारों से हमला किया था। इसमें दोनों भाई को गंभीर चोट आई थी। पुलिस ने भगवान समेत पांच लोगों पर हत्या के प्रयास का मुकदमा भी कायम किया था। हालांकि, यह लड़ाई जंग में बदल गई और दोनों परिवार के बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर आए दिन झगड़ा होने लगा। १६ मई को गोकुल, अर्जुन और उसका साला बलवीर रायसेन स्थित रिश्तेदार के घर गए थे। वहां से लौटते समय आदमपुर मुख्य सड़क पर कार क्रमांक एमपी ०४ व्ही ०८९५ ने उनकी पल्सर क्रमांक एमपी ०४ एमई ०३०८ को सामने से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि पल्सर सवार गोकुल, अर्जुन और बलवीर गंभीर रूप से घायल होकर सड़क किनारे गिर गए। इसके बाद कार से उतरे भगवान सिंह के बेटे दीवान सिंह और उसके चार साथियों ने डंडे और कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। इस बीच गोकुल वहां से खेत की ओर भागने लगा, लेकिन उसे थोड़ी दूरी पर गोली मारकर दबोच लिया। उसकी भी कुल्हाड़ी और डंडों से मारपीट की। इसके बाद सभी आरोपी खेत के रास्ते अमजरा नदी की ओर भाग निकले। अर्जुन और उसके साले बलवीर की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि गोकुल ने हमीदिया अस्पताल में दम तोड़ दिया।
यह थी पुरानी रंजिश- गत २८ मई २००९ को गांव में लगे एसडीएम के शिविर में पूर्व सरपंच भगवान सिंह ने तत्कालीन सरपंच गोकुल सिंह पर मकान के आंगन में सरकारी हैंडपंप लगाने और टयवबेल से अकेले पानी लेने का आरोप लगाया था। इस बात को लेकर शिविर में दोनों पक्षों के बीच कहासुनी भी हुई। कुछ दिनों बाद ही विधायक जितेन्द्र डागा के शिविर में दौबार भगवान दास ने गोकुल पर आरोप लगाया। इस रंजिश के चलते गत ३१ मई को दानों पक्षों में जमकर डंडे चले। इसमें भगवान सिंह का बेटा निरंजन उर्फ रंजू की मौत हो गई। बेटे की मौत का बदला लेने के एिल भगवान सिंह अक्टूबर माह में पांच लोगों के साथ मिलकर गोकुल और उसके भाई अर्जुन सिंह पर जानलेवा हमला किया था। पुलिस ने आरोयिों के खिलाफ मामला दर्ज भी किया। इसके बाद से भगवान सिंह का परिवार मौके के फिराक में था।
घटना स्थल से भागे लोग- घटना स्थल के पास ही चाय और पंचर बनाने की दुकान है। वहां पर मृतक बलवीर के चाचा मोहन लाल ठाकुर भी मौजूद थे। अचानक दुर्घटना के बाद हुई घटना से वहां दहशत फैल गई। इसके बाद दुकानों पर बैठे लोग जान बचाकर खेत की ओर भाग निकले। मोहन लाल ने पुलिस को बताया कि आरोपियों की कार घटना के पहले आधे घंटे से सड़क पर चक्कर काट रही थी। इसमें दीवान सिंह समेत पांच लोग शामिल थे। उसने बताया कि अचानक तेज रफ्तार से मारुति कार ने पल्सर सवार को सामने से टक्कर मारी और उनकी कुल्हाड़ी और डंडे से हत्या कर दी। इस दौरान आरोपियों ने गोकुल पर कट्टे से गोली भी चलाई थी।
गांव में दहशत- मृतक और आरोपियों के गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। गांव में आधा दर्जन टुकड़िया फैला दी गई, जो लोगों की गतिविधियों पर नजर रखी हुई है। वहां दो बज्र वाहन मृतक और आरोपी के घर के सामने खड़े हुए हैं। वहीं गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। इधर, हिम्मत के जवान बेटों की मौत के बाद परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है।
आरोपियों का नहीं लगा सुराग- दीवा सिंह और अन्य आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमें राजधानी के अलावा सीहोर, विदिशा और रायसेन में डेरा डोले हुए हैं। यहां दीवान सिंह और उसके पिता भगवान सिंह के रिश्तेदार रहते हैं।
घटना दर्दनाक थी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों के परिजन से पूछताछ की जा रही है। वहीं सीहोर, विदिशा, रायसेन और राजधानी में आरोपियों की तलाश में पुलिस टीम लगाई गई हैं। जल्द ही आरोपियों को दबोच लिया जाएगा।
योगेश चौधरी, एसपी

1 comment:

  1. मनोज भाई दैनि‍क जागरण वाले सत्‍यकथा के नाम से एक मासि‍क पत्रि‍का नि‍कालते हैं यदि‍ आप उसकी शैली देखें तो शायद आपको लि‍खने में कोई मदद मि‍ले और आप घटना को उसकी गंभीरता के हि‍साब से लि‍ख सकें।

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