मनोज राठौर
14 मई 2011 शाम करीब साढ़े छह बजे भोपाल के जहांगीराबाद क्षेत्र स्थित शब्बन चौराहे पर चहल-पहल थी। लोगों की आवाजाही लगी हुई थी और चौराहे के आसपास ठेले वाले अपना-अपना सामान बेच रहे थे। इस दौरान फिल्मी स्टाइल पर तीन बाइक पर सवार होकर नौ युवक पहुंचे और उन्होंने एक बाइक पर बैठे तीन युवकों को टक्कर मारकर जमीन पर गिरा दिया। इससे पहले की तीनों युवक कुछ समझ पाते, उन्होंने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। इस पर तीनों युवक अपनी-अपनी जान बचाकर भागने लगे, लेकिन आरोपियों के हत्थे एक युवक चढ़ गया। आरोपियों ने बीच चौराहे पर उसके साथ मारपीट की और उसकी चाकू से हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी बाइक लेकर भाग निकले। घायल युवक को उसके दो साथी निजी वाहन की सहायता से हमीदिया अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस को करीब देर शाम सात बजे तक मृतक की पहचान नहीं कर पाई। काफी देर बाद जहांगीराबाद थाना प्रभारी पीएन गोयल को पता चला कि बाइक सवार द्वारा जिस युवक की हत्या की गई है उसकी पहचान स्काय अपार्टमेंट, कोहेफिजा निवासी एनएम खान के रूप में हुई है। इस पर उन्होंने तत्काल मृतक के परिजन के परिजन को घटना की सूचना दी और मृतक के दो साथियों की निशानदेही पर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।
इसलिए कर दी हत्या: स्काय अपार्टमेंट, कोहेफिजा निवासी एनएम खान और उनकी पत्नी शिक्षा विभाग से रिटायर्ड कर्मचारी हैं। उनका एकलौता बेटा अरशद खान(18) था, जो एक निजी कॉलेज में बैचलर आॅफ बिजनेस एडमिनिस्टेÑशन(बीबीए) की पढ़ाई कर रहा था। 14 मई को वह अपने दो दोस्त सरताज और कार्तिक के साथ एक परिचित के रिजर्वेशन के सिलसिले में हबीबगंज रेलवे स्टेशन पहुंचा। वहां काम निपटने के बाद शाम करीब छह बजे तीनों एक ही बाइक पर सवार होकर घर के लिए लौट रहे थे। इस दौरान जेल रोड पर उनकी बाइक एक अन्य युवक की बाइक से टकरा गई। इस पर अरशद और उक्त बाइक सवार युवक के बीच कहासुनी हो गई। विवाद बढ़ने पर कार्तिक और सरताज ने मामलों को शांत करवा दिया। हालांकि, युवक ने अरशद को धमकी दी थी कि शब्बन चौराहे पर मिल, तूझे देख लूंगा। उस वक्त अरशद और उसके साथियों को युवक की धमकी को हल्के में लिया। वे जैसे ही शब्बन चौराहे पर पहुंचे, वैसे ही उक्त युवक उनके पीछे से पहुंच गया। युवक के साथ उसके नौ साथी थे, जो तीन बाइकों पर सवार थे। इसके बाद आरोपियों ने अरशद को घेर लिया और उसके पेट में चाकू घोंप दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी भाग निकले।
थाना और चेकिंग बेबहस: घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर ही जहांगीराबाद थाना है। इतना ही उक्त स्थान पर रोजाना थाने का पुलिस प्वाइंट लगाता है। आश्चर्य की बात है कि नौ आरोपी तीन बाइक पर सवार होकर भीड़भाड़ वाले चौराहे पर पहुंचे और अरशद के साथ मारपीट कर उसकी हत्या कर दी। इसके बावजूद पुलिस को घटना की सूचना मिली। चेकिंग प्वाइंट पर कोई पुलिस कर्मी मौजूद नहीं थी, वहीं थाने का स्टाफ भी गहरी नींद में सो रहा था। यदि समय रहते पुलिस मौके पर पहुंच जाती, तो शायद अरशद की जान बच जाती।
ऐसे पकड़े गए आरोपी: पुलिस ने मृतक के साथी कार्तिक व सरताज से पूछताछ की। उन्होंने पुलिस को बताया कि आरोपी भागते समय अली नामक युवक का नाम पुकार रहे थे। इधर, पुलिस ने मौके पर मौजूद कुछ लोगों से घटना के बारे में पूछताछ की, तो उन्हें पता चला कि अरशद के साथ मारपीट करने वाले लड़के जहांगीराबाद क्षेत्र में ही रहते हैं। वह अक्सर एक झुंड में आते और चौराहे पर खड़े होकर चाय-नाश्ता करते हैं। पुलिस को पता चला कि अरशद की बाइक को जहांगीराबाद निवासी जैद ने अपनी लेडिस गाड़ी से टक्कर मार दी। इस पर उपजे विवाद के बाद जैद ने अपने साथी हारिश खान, जाहिद, माहिर, फुलकान, दाउद, विनय, अली सहित एक अन्य को आरोपी के साथ मिलकर अरशद की हत्या कर दी। आरोपियों में अधिकांश नाबालिग हैं, जबकि एक आरोपी विनय के पिता कृष्ण कुमार शर्मा पुलिसकर्मी हैं, जो डीआरपी लाइन में पदस्थ हैं। वारदात में प्रयोग गई बाइक भी पुलिस ने आरोपी विनय से जब्त की है। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
Thursday, June 23, 2011
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