Friday, June 24, 2011

दिनदहाड़े ननि कर्मचारी पर हमला

नगर निगम में हमला (तलैया)

मनोज राठौर

8 अप्रैल २०१० को दिनदहाड़े नगर निगम मुख्यालय में कर्मचारी लखनलाल यादव पर उसके ममेरे भाई हरीश उर्फ हरिओम ने तलवार और चाकू से हमला कर दिया। वारदात को अंजाम देकर आरोपी भागने लगा, लेकिन मेन गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उसे दबोच लिया। बरखेड़ी, बड़ा मोहल्ला में रहने वाले लखनलाल यादव (26) नगर निगम में चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी है। उसके घर के पीछे ममेरा भाई हरीश उर्फ हरिओम (25) रहता है। 8 अप्रैल को दोपहर करीब दो बजे हरीश बेटी का जाति प्रमाण बनाने के लिए ननि मुख्यालय (सदर मंजिल) पहुंचा। लखन पहली मंजिल पर काम कर रहा था। वहां से उसे हरीश जाति प्रमाण पत्र बनवाने का कहकर नीचे लेकर आ गया। वह नशे में था। इस पर लखन ने उससे कल आने का कहा। मगर, हरीश कहां जाने वाला ाा। वह पारिवारिक बात को लेकर लखन से झगड़ा करने लगा। दोनों के बीच गाली-गलौज भी हुई। हरीश ने लखन से कहा कि तूझे जान से खत्म कर दूंगा। तू समझता क्या है, सरकारी नौकरी कर रहा है, तो क्या कर लेगा। इसके बाद हरीश ने लखन के बाल पकड़ लिए और उसे घसीटते हुए परिसर से बाहर लाने लगा। दोनों के बीच झूमाझटकी हुई। इस बीच हरीश ने शर्ट में छिपा चाकू निकालकर उसके पेट में घोंप दिया। हमले में लखन की आंते बाहर निकल आई थी। लहूलुहान लखन जान बचाकर शोर मचाते हुए मुख्यालय की गेट की ओर भागा। हरीश भी तलवार और चाकू लेकर उसे पीछे गया और उसे गेट के पास पकड़ लिया। वहां उसने लखन पर तलवार और चाकू से ताबड़-तोड़ वार किए। यह नाजारा देख रहे सुरक्षाकर्मी एजाज खान, रवि, दीपक, राजेश श्रीवास्तव समेत कर्मचारी मुनवर ने हरीश को पकड़ लिया। उसके पास से तलवार और चाकू छीन ली। कर्मचारियों ने घायल लखन को तत्काल स्कूटर से हमीदिया अस्पताल पहुंचाया। हमले में घायल लखन के पेट, हाथ और गर्दन में गंभीर चोट आई है। इधर, आक्रोशित कर्मचारियों ने मिलकर आरोपी की धुनाई लगाना शुरू कर दी। उसे मार-मार का अदमरा कर दिया। यह देख सुरक्षाकर्मियों ने हरीश को भीड़ से बचाकर कार्यालय के एक कमरे में बंद कर दिया। पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिलने के बाद तलैया थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस कर्मियों ने आरोपी हरीश को हिरासत में लेकर उसके हथियार जब्त किए।

यह था विवाद : लखन और हरीश के परिवार के बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर आए दिन झगड़े होते रहते थे। घटना से दो दिन पहले (6 अप्रैल की सुबह साढ़े नौ बजे) घर के बाहर बने बाथरूम में लखन स्नान कर रहा था। इस दौरान हरीश के घर की ओर से किसी ने उसपर पत्थर फेंक कर मारा। इससे उसके हाथ में चोट आई थी। इस पर लखन ने उसके परिवार के साथ गाली-गलौज कर दी। विवाद बढ़ गया और बाद में दोनों परिवार के बीच मारपीट भी हुई। हरीश का कहना है कि लखन ने उसकी मांं काशी बाई के साथ मारपीट की थी। मां के साथ हुई मारपीट का बदला लेने के लिए उसने लखन पर तलवार और चाकू से हमला किया है। इस मामले की शिकायत हरीश ने जहांगीराबाद थाने में की थी। पुलिस लखन के घर पहुंची, इसके बाद दोनों परिवार के बीच रोजाना सुबह किसी न किसी बात को लेकर विवाद होता था।

हत्या की नियत से आया था हरीश: यदि सुरक्षाकर्मी हरीश को नहीं पकड़ते तो वह लखन को जान से मार देता। उसने छह अप्रैल को हुए झगड़े का बदला लेने के लिए लखन को जान से मारने की योजना बनाई थी। इधर, नगर निगम मुख्यालय पहुंचे हरीश की नीयत के बारे में लखन को पता नहीं था, वह उसकी मदद करने के लिए उसके साथ नीचे आया। योजना के तहत उसने लखन के पेट पर बार किया था, लेकिन वह बच कर गेट की ओर भाग गया। इसके बाद आरोपी ने उसपर गेट के पास ताबड़-तोड़ वार किए। गंभीर रूप से घायल लखन का इलाज हमीदिया अस्पताल में चल रहा है पुलिस ने बताया कि वारदात को अंजाम देने पहुंचा हरीश नशे में धूत था। वह शराब पीकर लखन के पास गया था। उसका इरादा लखन को जान से मारने का था, लेकिन वक्त रहते सुरक्षाकर्मियों ने उसे दबोच लिया।

मुख्यालय में अफरा-तफरी: नगर निगम मुख्यालय (सदर मंजिल) में लखन के साथ हुई घटना के बाद अफरा-तफरी मच गई। लोगों में दहशत का माहौल था। सभी अधिकारी व कर्मचारी आॅफिस से निकल कर मुख्यालय के गेट के पास एकत्र हो गए। बाहर भी यातायात बाधित होना शुरू हो गया था। आक्रोशित कर्मचारियों ने सुरक्षाकर्मियों से आरोपी हरीश को छीना लिया और उसके साथ मारपीट की।

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लखन और हरीश के बीच पहले भी झगड़ा हुआ था, जिसकी शिकायत जहांगीराबाद थाने में की गई है। पारिवारिक विवाद के चलते दोनों पक्षों के बीच आए दिन झगड़ा होता रहता था। गत आठ अप्रैल को भी लखन और हरीश में अनबन हुई। इसके बाद हरीश सदर मंजिल पहुंचा, जहां उसने चाकू और तलवार से लखन पर हमला कर दिया। घायल और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान पर आरोपी के खिलाफ प्राणघातक हमला और शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज कर लिया है।

कमला बड़ोले, एसआई थाना तलैया

शोर मचाते हुए लहूलुहान लखन गेट की ओर भागता हुआ आया था। उसके पीछे हरीश चाकू और तलवार लिए था। यह देख हमलावर को सुरक्षाकर्मी रवि, रवि और राजेश की सहायता से पकड़ लिया। उसके पास से हथियार छुड़ा लिए। आक्रोशित कर्मचारियों से बचाकर हरीश को कमरे में बंद किय था।

एजाज खान, सुरक्षाकर्मी

1 comment:

  1. अपराध की खबरों को लेकर इतना ग्‍लैमराइज़ करना सही नहीं है... लहूलुहान इंसान की तस्‍वीर प्रकाशित करना पत्रकारिता के उसूलों की अव्‍हेलना है।

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