हबीबगंज में छात्रों ले लूटा पिकअपवैन
मनोज राठौर
ई-5/1, अरेरा कॉलोनी में रहने वाले बिल्डर अनिल क्षत्रपाल की कंस्टक्शन कंपनी है। उनकी कंपनी में ईश्वर साल्वे नामक युवक काम करता है। ईश्वर उनका बफादार कर्मचारियों में से एक है, जो कई सालों से उनके साथ काम कर रहा है।साल्वे तीन अगस्त 2011 की रात करीब साढ़े आठ बजे कंपनी की पिकअप वैन (एमपी 04 जीए 1275) एमपी नगर से रिपयेर कराकर घर की तरफ लौट रहा था। इस दौरान अरेरा कॉलोनी चौराहे पर बाइक सवार तीन युवकों ने उनकी वैन को रोक लिया। साल्वे ने समझा की युवकों को कोई मदद चाहिए है, इसलिए वह बिना सोचे-समझे वैन से नीचे उतर गए। मगर, यह गलती उन पर भारी पड़ी। युवकों ने उन्हें वैन में जबरिया बैठाया और एक युवक वैन को ड्राइव करने लगा। इसके बाद उन्होंने साल्वे की चलती वैन में पिटाई की और जहांगीराबाद स्थित कब्रस्तान के पास साल्वे को नीचे उतारकर उनसे सात सौ रुपए नकदी व एक मोबाइल फोन छीन लिया। इसके बाद तीनों युवक वैन को लेकर फरार हो गए। तीनों आरोपी नशे की हालत में थे। उन्होंने नशे में पिकअप वैन को लूट लिया।
चंगुल से निकलकर थाने पहुंचा साल्वे: आरोपियों के चंगुल से निकलने के बाद साल्वे एमपी नगर थाने पहुंचा। वहां उसने पुलिस को अपने साथ हुई लूट की घटना के बारे में बताया। इसके बाद एमपी नगर पुलिस ने लूट की घटना को शहर के अन्य थानों को वायरलैस सेट के माध्यम से बताया। इधर, सूचना मिलते ही पुलिस ने नाकेबंदी कर आरोपियों को पकड़ लिया। आरोपी की पहचान रिवेरा टाउन निवासी शैलेंद्र सिंह यादव (21), भदभदा रोड निवासी धीरज त्रिपाठी(21) और कोलार रोड निवासी दीपक शर्मा (22) के रूप में हुई।
ऐसे धराए आरोपी: हबीबगंज पुलिस को पता चला कि आरोपी होशंगाबाद की ओर भागने की कोशिश कर रहे थे। इस पर पुलिस की एक टीम ने उनका पीछा किया। इस दौरान बासेवनिया की ओर से पुलिस की गाड़ी को अपनी ओर आता देख आरोपियों ने वैन को हबीबगंज नाके की ओर मोड़ दिया। हालांकि, आरोपियों की किस्मत खराब थी, क्योंकि फाटक लगा हुआ था और ट्रेन आने वाली थी। इसके चलते उन्होंने फाटक के पास वैन खड़ी की और रेलवे पटरी को क्रास कर हबीबगंज रेलवे स्टेशन की ओर पैदल भागने लगे। इस दौरान पटरी को पार करते समय ट्रेन आ गई और वे ट्रेन की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। उधर, पुलिस ने फाटक के दूसरे तरह सख्त घेराबंदी कर दी थी। हबीबगंज रेलवे स्टेशन की तरफ जैसे ही आरोपी भागे, वैसे ही पुलिस ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया। अपनी ओर पुलिस को आता देख आरोपी अरेरा कॉलोनी की ओर भागने लगे। इस दौरान पुलिस ने आरोपी शैलेंद्र को दबोच लिया था, जबकि दीपक ई-3 अरेरा कॉलोनी निवासी सक्सेना के घर की छत पर चढ़ गया और धीरज गर्ल्स हॉस्टल परिसर में चला गया। पुलिस ने उन्हें भी घेराबंदी कर दबोच लिया था। पुलिस ने आरोपियों वैन और नकदी बरामद कर ली।
छात्र थे आरोपी: तीनों आरोपी का परिवारिक स्थिति ठीक थी। सभी खाते-पीते घर के थे। इतना ही नहीं तीनों आरोपी पढ़ाई भी कर रहे थे। इनमें धीरज और शैलेंद्र इंजीनियर के छात्र हैं, जबकि दीपक एक निजी कॉलेज से बैचलर डिग्री कर रहा है। पुलिस की गिरफ्त में आए तीनों आरोपियों ने हबीबगंज थाने में साल्वे से माफी भी मांगी और उनकों गाड़ी लूटने का हजार्ना देने की बात भी कही, लेकिन साल्वे ने उन्हें माफ नहीं किया।
Thursday, January 19, 2012
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