Sunday, January 22, 2012

बुरी नजर रखने पर किया घिनौना अपराध

मनोज राठौर

बागसेवनिया निवासी आशा कौशल (50) मूल रूप से खंडवा की रहने वाली है। वह करीब पांच साल पहले भोपाल में काम की तलाश में आईं। आशा यहां अपनी बेटी के पास रहने लगी और दूसरों के घरों में बर्तन धोने और खाना बनाने का काम करने लगी। ढाई साल तक आशा ने इधर-उधर काम किया, लेकिन बाद में उसकी नौकरी 1800 रुपए प्रति माह में ई-13, सुरेंद्र गार्डन निवासी मुकेश सूरी (40) के घर में लग गई। वह सूरी के घर की साफ-सफाई से लेकर उनके परिवार के सदस्यों का खाना भी बनाती थी। वह रोजाना सुबह आठ बजे उनके घर पहुंचती और दोपहर का खाना बनाकर के बाद ही घर लौटती। इस दौरान उनके साथ कभी-कभार उनकी 18 वर्षीय मोना (परिवर्तित नाम) भी आ जाती थी। मगर, आशा ने 16 अक्टूबर 2011 को जो कुछ भी काम किया, उससे उसकी नौकरी तो चली गई। साथ ही उसे हवालात की हवा भी खानी पड़ी।

नौकरानी का घिनौना काम: मुकेश सूरी की सूरी इंटीरियर नाम से कंसलटेंसी कंपनी है। वह काम के सिलसिले में अधिकांश समय घर से बाहर रहते हैं। घर पर उनकी मां कुसुम, पत्नी रमन और बच्चे रहते हैं। कुछ महीनों से सूरी को शक हो रहा था कि उनके घर के रसाईघर से खाने-पीने का सामान एक के बाद एक कर चोरी हो रहा है। इससे उनका बजट भी हर महीनें डेढ़ हजार रुपए बढ़ रहा है। इस पर उन्होंने परिवार की सलाह से 15 अक्टूबर को अपने घर के कई हिस्सों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए। एक कैमरा रसाईघर में भी लगा हुआ था। इसके बाद 16 अक्टूबर की सुबह सूरी अपनी पत्नी और मां के साथ कमरे में बैठकर सीसीटीवी कैमरे के जरिए अपने कम्प्यूटर पर घर में आने वाली गतिविधियों की लाइव फुटैज देखने लगे। उन्होंने कम्प्यूटर की स्क्रीन पर देखा कि सुबह करीब आठ बजे नौकरानी आशा घर में आई और बिना शोर मचाए सीधे रसोई में चली गई। उसने सबसे पहले एक डिब्बे से शकर निकाली और उसे एक कपड़े में बांधकर अपने ब्लाउज में रख लिया। यहां तक तो ठीक था। सूरी को यह तो पता चल गया था कि उसके घर का सामान नौकरानी ही चोरी करती है। उसके पास सबूत भी थे। मगर, इसके बाद सूरी ने कम्प्यूटर पर जो दृश्य देखा, उसे देखकर वे दंग रह गए। वीडियो फुटेज के अनुसार शकर चोरी करने के बाद नौकरानी ने बर्तनदान में से एक ग्लास उठाया और उसमें अपना पेशाब भर लिया। इसके बाद उसने पेशाब से भरे ग्लास को पीने की टंकी में डाल दिया, जिसमें से सूरी और उसका परिवार पानी पीता था। यह देखने के बाद सूरी भड़क गए और उन्होंने आशा तथा उसके साथ आई उसकी नातिन मोना को कमरे में बंद कर दिया। सूरी ने तत्काल घटना की जानकारी बागसेवनिया थाने में दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर आशा को गिरफ्तार कर लिया।

ठीक नहीं थी नियत: मिसरोद एसडीओपी सारिका शुक्ला और थाना प्रभारी सीपी द्विवेदी ने थाने की हवालात में बैठी नौकरानी आशा से पूछताछ करने की कोशिश की, तो उसने देर रात तक कोई जबाव नहीं दिया। वह चुप-चाप बैठी हुई थी और अपनी बड़ी-बड़ी आंखों से थाने में इधर-उधर घूम रहे पुलिस कर्मियों को देख रही थी। उधर, पुलिस को उसके बयान लेना भी जरूरी थे, क्योंकि उसे 17 सितंबर को अदालत में पेश जो करना था। इसके चलते पुलिस ने अदालत ले जाने से पहले आधा से दोबारा पूछताछ की, तो उसने अपनी चुप्पी तोड़ दी और जो कहा, उसे सुनने के बाद पुलिस दंग रह गई। आशा ने पुलिस को बताया कि मालिक सूरी उसकी नातिन पर ठीक नियत नहीं रखता था। वह उसे अश्लील निगाहों से देखता था। उसका आरोप है कि जब वह मोना को अपने साथ लेकर नहीं आती, तो सूरी उसे टोक देता। वह मोना को काम पर लाने की बात कहता। इससे तंग आकर उसने यह घिनौना काम किया। हालांकि, अदालत से जमानत लेने के बाद से नौकरानी गायब है। पुलिस दोबारा उसके बयान दर्ज करने की फिराक में है, ताकि उसकी बातों को ध्यान में रखकर आगे की कार्रवाई की जा सके।

बश चलता तो जहर दे देती: मोना दिखने में चंचल और खूबसूरत थी। घर पर अकेली रहने के कारण कभी-कभार आशा उसे अपने साथ सूरी के घर लेकर आ जाती थी। मगर, मोना के प्रति सूरी की नियत भांपने के बाद आशा उसे अपने साथ लेकर नहीं आने लगी। वह उसे घर पर ही छोड़ आती थी। आशा ने यह भी बताया कि मालिक सूरी नातिन को रोजाना अपने घर लाने की बात कहता था। उसकी नियत ठीक नहीं थी। उसका आरोप है कि मोना को साथ नहीं लाने पर सूरी उसे नौकरी से निकालने की धमकी देता था और उसे चोरी के मामले में फंसाने की बात भी कहता था। आशा ने पुलिस के सामने यह बात भी कबूली की, यदि उसका बश चलता तो वह मालिक को पेशाब की जगह जहर दे देती। लेकिन उसे जहर मिला नहीं। इसलिए उसने सूरी को सबक सिखाने के लिए ऐसा घिनौना कृत्य किया। आशा को अपनी इस करतूत पर जरा-सा भी अफसोस नहीं था।

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