Friday, January 20, 2012

हसीन चालबाज पिंकी...

छोला मंदिर में सहेली द्वारा लूट का मामला

मनोज राठौर

29 सितंबर 2011, दोपहर तीन बजे गंजसौदा निवासी मोनिका यादव (18) बजरिया स्टेशन स्थित राजेंद्र नगर में रहने वाली बड़ी बहर कामनी के साथ पीपुल्स डेंटल कॉलेज से घर लौट रहीं थी। उनके साथ कामनी की सहेली पिंकी उर्फ स्वाति नामदेव थी। वह छोला मंदिर स्थित रेलवे फाटक के पास आॅटो से उतरने के पैदल घर की तरफ जा रही थी। तीनों आपस में बाचतीत करते हुए अपनी मस्ती में चली जा रही थी। द्वारका नगर स्थित अंडर ब्रिज के पास एक नकाबपोश युवक ने मोनिका के हाथ से नोटों से भरा पर्स छीन लिया और रेलवे पटरी की सहारे कैंची छोला मंदिर की ओर भाग निकला। इस दौरान कामनी ने गोद में रखी बेटी को मोनिका को दी और लुटेरे का थोड़ी दूर तक पीछा किया, लेकिन लुटेरा कीचड़ में गिरता-पड़ता हुए भाग निकलने में सफल हो गया। पर्स में एक लाख 70 हजार रुपए थे, जो उसे एडमिशन के लिए जमा करने थे। लूट की घटना से छोला मंदिर क्षेत्र में सनसनी फैल गई। घटना स्थल के आसपास रहने वाले लोगों ने लूट की खबर छोला मंदिर थाना प्रभारी राजेश मिश्रा को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना का मुआयना और नाकेबंदी की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। उधर, थाने पहुंची मोनिका बेहोश हो गई। किसी तरहा उसे होश आया और इसके बाद पुलिस ने उसके बयान के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की।

ऐसे फंसी चालबाज पिंकी: मोनिका को पता नहीं था कि बड़ी बहन के साथ कदम से कदम मिलाकर जो युवती चल रही है, वह लूट की घटना की मास्टर माइंट निकलेगी। घटना की जानकारी मिलने पर सीएसपी रश्मि मिश्रा भी थाने पहुंच गई थी। उन्होंने थाना प्रभारी मिश्रा के साथ मिलकर घटना के बारे में मोनिका से पूछताछ की। पूछताछ में पुलिस को उसकी बड़ी बहन कामनी की सहेली पिंकी पर संदेह हुआ। सो, बिना वक्त गवाए सीएसपी ने पिंकी का मोबाइल फोन ले लिया और उसकी कॉल डिटेल निकलवाई। कॉल डिटेल में सामने आया कि पिंकी ने घटना के दौरान कई बार यादव से बातचीत की थी। पुलिस का शक उस समय ओर अधिक गहरा गया, जब उसने पुलिस को बताया कि वह मोनिका का एडमिशन कराने के लिए उसे कॉलेज ले गई थी और वहां मोनिका की मुलाकात एक युवक से कराई, जो उसके साथ मौजूद है। इस पर पुलिस ने पिंकी के साथ आए गिरीश कुमार यादव उर्फ रोहित नाम के युवक से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने लूट की कहानी से पर्दा उठा दिया। इसके बाद पुलिस ने पिंकी पर शिकंजा कस दिया। पुलिस उसकी निशानदेही पर मंडीदीप में रहने वाले उसके पति अशोक नामदेव को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके पास से लूट के 1,69,300 रु. बरामद किए गए।

ये है लूट की कहानी: पंकी ने घटना से दस दिन पहले घर पर बैठकर अपने पति अशोक नामदेव और दोस्त गिरीश कुमार यादव के साथ लूट की साजिश रची थी। प्लानिंग के तहत उसने चार दिन पहले मोनिका से डेंटल कॉलेज में एडमिशन कराने के बहाने 30 हजार रुपए एडवांस लिए। इसके बाद वह उसे एडमिशन दिलाने के कहकर अपने साथ कॉलेज ले गई। वहां से लौटते समय उसने पति नामदेव को अंडर ब्रिज के पास खड़ा रहने के लिए कहा और रोहित पूरे घटनाक्रम पर नजर रखा हुआ था। जैसे ही मोनिका अंडर ब्रिज के पास पहुंची, वैसे ही पिंकी ने मोबाइल फोन से पति को अलर्ट कर दिया। फिर क्या था, मुंह पर कपड़ा बांधकर खड़े नामदेव ने मोनिका से पर्स छीन लिया और फरार हो गया। प्लानिंग के तहत नामदेव टैक्सी कर सीधे मंडीदीप स्थित अपने किराए के मकान पर पहुंचा।

टॉयलेट में छुपाए थे रुपए: अशोक मंडीदीप में रहता है और वहीं लयूपिन फैक्टरी में काम करता है। लूट के बाद अशोक मंडीदीप चला गया और घर की टॉयलेट की फर्सी के नीचे रुपए छुपा दिए। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी अशोक को गिरफ्तार कर उसके पास से लूट की राशि बरामद कर ली। मंडीदीप जाते समय आरोपी ने 700 रुपए खर्च भी कर दिए थे।

फर्जीवाड़े का होगा खुलासा: इस मामले में पुलिस को एडमिशन दिलाने का झांसा देकर छात्रों से रुपए ऐंठने वाला कोई गिरोह जुड़ा होने की संभावना थी, क्योंकि पिंकी ने मोनिका को पीपुल्स डेंटल कॉलेज में एडमिशन दिलाने का झांसा दिया था। एडमिशन के सिलसिले में कुछ दिनों पहले ही उसने रोहित के साथ मिलकर मोनिका और उसके बहनोई जितेंद्र की बैरागढ़ में रहने वाले एक कथित डॉक्टर जैन से मुलाकात कराई थी। वहां डॉक्टर ने मोनिका को एडमिशन दिलाने का आश्वासन भी दिया था। इसके बाद पिंकी ने मोनिका से रजिस्ट्रेशन फीस के एवज में 30 हजार रुपए भी ले लिए। उसने उक्त राशि का एक कम्प्यूटर और कुछ घरेलू सामान खरीद लिया था। हालांकि, पुलिस मामले की जांच कर रही है और किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची।

10 साल पहले भोपाल आई थी पिंकी: आरोपी पिंकी भी गंजबासौदा स्थित कामनी के मायके के पास रहती थी। उसे पिता भी कामनी के पिता के साथ रेलवे विभाग में नौकरी करते थे। पिंकी के घर के पास ही अशोक नामदेव की एसटीडी पीसीओ की दुकान थी। वह अक्कसर वहां फोन लगाने के लिए जाती थी। इसके चलते उसकी दोस्ती अशोक से हो गई। हालांकि, अशोक उम्र में पिंकी से काफी बड़ा था, लेकिन दिल का क्या। पिंकी ने उसे पसंद कर लिया और उसके साथ भागकर शादी करने का फैसला भी कर दिया। उन्होंने एक दिन भागकर शादी कर ली और मुंबई में जाकर रहने लगे। वे वहां एक फिल्म प्रोड्यूसर के घर नौकरी करने थे और वहीं पर रहते भी थे। उधर, पिंकी ने प्रोड्यूसर को अपने जाल में फंसाकर अभिनेत्री बनने का सपना देखा, लेकिन वह उसे झांसे में नहीं आया। इस पर चालबाज पिंकी और उसका पति भोपाल आ गए, जहां पिंकी कोटरा सुल्तानाबाद में रहने लगी, जबकि अशोक मंडीदीप स्थित फैक्टरी में काम काम करने लगा और वहीं एक किराए के मकान में रहने लगा।

रोहित से ऐसे हुई दोस्ती: रोहित पेशे से इंजीनियर है। उसकी पिंकी से मुलाकात उसकी प्रेमिका ने कराई। वह प्रेमिका के साथ अक्कसर पिंकी के घर रूकता था। हालांकि, घटना से चार-पांच महीनें पहले रोहित और उसकी प्रेमिका के बीच अनबन हो गई और दोनों अलग-अलग हो गए। उधर, रोहित भी पिंकी के साथ आधा-आधा किराए देने की शर्त पर रहने लगा। इस बीच उसकी दोस्ती पिंकी के पति से हो गई और उन्होंने पिंकी के कहने पर मोनिका से लूट करने की योजना बनाई।

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