10 साल तक किया दैहिक शोषण
"सात जन्मों का साथ निभाने का वादा कर एक युवक ने प्रेमिका को 10 वर्षों तक अपनी हवस का शिकार बनाया। शादी की बात आने पर वह नौकरी लगने का बहाना बना लेता था। वहीं प्यार में पागल युवती को नहीं पता चला कि उसने प्रेमी के साथ 10 साल गुजार दिए। आखिर में धोखेबाज प्रेमी ट्रेनिंग का बहाना बनाकर भोपाल से जबलपुर गया और वहां उसने दूसरी शादी कर ली। "
मनोज राठौर
29 जून 2010 की दोपहर 3 बजे राज्य महिला आयोग कार्यालय में सदस्य उपमा राय बैठकर जरूरी काम कर रही थी। इस दौरान उनके पास इब्राहिमगंज निवासी 28 वर्षीय मोनिका (परिवर्तित नाम) पहुंची। उसके हाथ में एक मंगलसूत्र रखा था। इससे पहले की राय उससे कुछ पूछ पाती, उसने मंगलसूत्र उनके हाथ में रख दिया। मोनिका ने रोते हुए राय को बताया कि मेरा सब कुछ लुट गया। प्रेमी मनीष अग्रवाल उर्फ बिट्टू ने 10 सालों तक पत्नी की तरह रखा और बाद में टेÑनिंग का बहना बनाकर दूसरी शादी कर ली। मुझे न्याय चाहिए।
ऐसे शुरू हुई प्रेम कहानी: इब्राहिमगंज निवासी मनीष अग्रवाल उर्फ बिट्टू पिता चंद्रप्रकाश नर्मदा भवन में कम्प्यूटर आॅपरेटर था। उसके पड़ोस में मोनिका रहती थी। घर पास-पास होने के कारण अक्सर मनीष और मोनिका की निगाहे चार हो जाती थी। इसके बाद क्या था, यह निगाहे ऐसी मिली कि दो दिलों में प्यार हो गया। इसके बाद वे चोरी छिपे मिलने लगे। दोनों ही प्यार में इस कदर पागल हो गए थे कि उन्हें जमाने की परवा नहीं थी। उनकी यह प्रेम कहानी वर्ष 2000 को शादी तक पहुंच गई। दोनों ने मिलकर शादी करने का फैसला कर लिया। तलैया स्थित कालीघाट मंदिर में भगवान को साक्षी मानकर मनीष ने मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र पहनाकर मोनिका से शादी की। उस समय आसमान में धु्रव तारा, तो नहीं निकला था, लेकिन साकक्षी के रूप में मनीष के दोस्त, नारियल खेड़ा लक्ष्मी नगर निवासी विनय ठाकुर उर्फ कल्लू और चौकसे नगर निवासी संजू पंथी मौजूद थे। हालांकि, यह शादी चोरी-छिपके की गई थी, जिसकी जानकारी न ही मनीष और न ही मोनिका के परिजनों को थी। अक्सर मनीष मोनिका को दोस्तों के घर पर ले जाता और वहां उससे शारीरिक संबंध बनाता था। यह सिलसिला 10 सालों तक चला। इसके बाद गत 13 जून 2010 को उसने मोनिका को बताया कि वह 10 दिनों की ट्रैनिंग के लिए जबलपुर जा रहा है। उसने वादा किया कि वहां से आने के बाद परिजनों से बातचीत कर मोनिका से विधिवत शादी कर लेगा। गत 25 जून को मनीष घर तो लौटा, लेकिन उसके साथ एक युवती थी। मोनिका को उस युवती के बारे में पता चला, तो उसके पैरो तले जमीन घिसक गई। यह युवती मनीष की दूसरी पत्नी थी। मोनिका का विरोध करने पर मनीष और उसके परिजनों ने उसके साथ मारपीट और उसे जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद उसने आरोपी पति मनीष के खिलाफ हनुमानगंज थाने में बलात्कार और हरिजन एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कराया।
यह था बहना: काफी लंबे समय से चल रहे प्रेम प्रसंग के दौरान मोनिका ने कईयों बार मनीष से शादी करने के लिए कहा था। लेकिन वह मौका देखकर शादी की बात पिता से करने का कहकर टाल देता। वहीं मनीष परिवार चलाने के लिए नौकरी लगने की बात भी बार-बार कहता था।
दो बार कराया गर्भपात: अक्सर मनीष मोनिका को अपने साथियों के घर ले जाता और वहां उससे शारीरिक संबंध बनाता था। इस दौरान मोनिका दो वार गर्भवती भी हुई, लेकिन मनीष ने हर बार उसका गर्भपात कर दिया।
पैसे देने का दबाव बनाया: पीड़ित ने पुलिस को बताया कि मोनिका की मां बेटे से पिछा छुड़ाने के लिए उसपर दबाव बना रही थी। उसने कई बार मोनिका को पैसे देने की कोशिश भी की।
Wednesday, July 20, 2011
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