सट्टा खेलने की लत ऐसी लगी कि एक कलयुगी बेटे ने साथियों के जरिए अपने घर में लूट करवा दी। टीटी नगर पुलिस ने मामले की बारीकी से जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मनोज राठौर
5 जुलाई 2011 को एएसपी राजेश चंदेल पुलिस कंट्रोल रूम स्थित अपने केबिन में बैठकर जरूरी फाइलों में हस्ताक्षर कर रहे थे। इस दौरान उनके पास टीटी नगर सीएसपी अमित सक्सेना का फोन आया और उन्होंने बताया कि साउथ टीटी नगर में छह महीनें पहले सब इंजीनियर महमूद असन (56) के घर में हुई लूट के मामले में उनका एकलौता बेटा हबीब शामिल है। उसने ही सट्टा खेलने के चलते साथियों के साथ घर में लूट की साजिश रची। इस पर चंदेल ने बिना वक्त गवाए सभी आरोपियों को हिरासत में लेने के निर्देश दिए। इसके बाद सीएसपी ने टीटी नगर टीआई एसकेएस तोमर के साथ मिलकर एक के बाद एक सभी आरोपियों को दबोच लिया।
ऐसे की लूटपाट-एफ-44/23, साउथ टीटी नगर निवासी महमूद असन (56) सिंचाई विभाग में सब इंजीनियर हैं। वह घर में एकलौते बेटे हबीब और मानसिक रूप से विक्षिप्त पत्नी नगमा सुल्तान के साथ रहते हैं। हबीब प्रॉपर्टी का काम करता है। इसी साल तीन फरवरी को उनके घर चार युवक पहुंचे। वह खुद को हबीब का दोस्त बता रहे थे। इस पर महमूद ने उनसे कहा कि हबीब बाहर गया है, बाद में आकर उससे मिल लेना। इस दौरान एक युवक ने उनसे पीने के लिए पानी मांग लिया। महमूद भी क्या करते, उन्होंने बेटे के दोस्त समझकर घर के गेट का ताला खोला और उन्हें एक ग्लास में पानी भरकर दे दिया। इससे पहले की महमूद कुछ समझ पाते, चारों युवकों ने उनकी आंखों में मिर्ची झोंक दी और लोहे की पेटी में रखे नकदी 20 हजार रुपए, सोने के टॉप्स, नाक की लोंग , तीन चुड़ियां, दो मोबाइल फोन, एक एयरगन, चांदी की पायल सहित अन्य सामान लूट ले गए।
बेटा निकला साजिशकर्ता-इस मामले में सीएसपी अमित सक्सेना को शुरू से ही महमूद के बेटे हबीब पर शक था। इसके चलते ही उन्होंने पुलिस की एक टीम हबीब की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए बना दी। पुलिस टीम ने महीनों की मेहनत के बाद हबीब के खिलाफ कई महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई। इसके बाद पुलिस उसे पूछताछ के लिए थाने लेकर आ गई। प्रारंभिक पूछताछ में वह आनाकानी करने लगा, लेकिन सख्ती बरतने पर उसने लूट की घटना से पर्दा हटाया। उसने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने ही साथियों के साथ मिलकर अपने ही घर में लूट करने की साजिश रची। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर उसके नार्थ टीटी नगर में रहने वाले दोस्त रिंकू (परिवर्तित नाम), बाणगंगा निवासी अमजद व मोहन (परिवर्तित नाम) को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उनका अन्य साथी मंडीबमोरा निवासी समीर फरार है। पुलिस ने उस पर पांच-पांच हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। यह स्टोरी लिखे जाने तक आरोपी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया था।
नाबालिकों को लगाई हथकड़ी-पुलिस अधिकारियों ने नियमों का मजाक उड़ाते हुए नाबालिग रिंकू और मोहन को हथकड़ी लगाकर पुलिस कंट्रोल में पेश किया, जबकि बाल अपराधियों को मीडिया के सामने आना और हथकड़ी लगाकर उनके फोटो कराना गैर-कानूनी है।
इसलिए कराई लूट-हबीब ने इसी साल प्रॉपर्टी का काम शुरू किया था, लेकिन सट्टे की लत ने उसे बर्बाद कर दिया। उसे सट्टा खेलने के लिए 10 हजार रुपए की जरूरत थी। इसके चलते ही उसने दोस्तों से लूट की वारदात कराई। उसने खुद 10 हजार रुपए ले लिए और बाकी के रुपए उन्हें दे दिए। आरोपियों ने पूछताछ में यह भी बताया कि लूट की घटना के बाद उनकों रातों को नींद नहीं आती थी। वे पुलिस की गाड़ी को देखकर डर जाते थे।
Wednesday, October 12, 2011
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