Thursday, August 04, 2011

रोकड़े के लिए जिगरी दोस्त की हत्या

''जावेद ने कुछ समय तक अपने जिगरी दोस्त अनस के साथ मौज-मस्ती की। दोनों ने मिलकर अपने अन्य साथियों के साथ सीहोर स्थित ढाबे पर शराब पी और खाना भी खाया था। इसके बाद वे अपने-अपने घर चले गए। वहीं घर पहुंचने के बाद जावेद को बेचैनी होने लगी और वह कट्टा लेकर अनस के घर आ गया। वह अनस से अपने उधारी के पैसे मांगने लगा। इस बात को लेकर गुस्से में जावेद ने अनस के सीने पर कट्टा अड़ा दिया। इधर, जावेद की इस हरकत को अनस मजाक समझ रहा था, लेकिन जावेद ने टीगर दबाकर उसकी हंसी हमेशा के लिए बंद कर दी।''

मनोज राठौर

पुराने शहर के गौतम नगर निवासी जावेद अली पेश से वकील हैं। उनका बेटा अनस (22) पुल गेम के साथ प्रॉपर्टी का काम भी करता था। दो अगस्त 2010 की रात नौ बजे अनस और शाहजहांनाबाद में रहने वाले उसके जिगरी दोस्त जावेद ने मिलकर सीहोर ढाबे पर खाने व पीने का प्रोग्राम बनाया। इसके बाद अनस अपने साथी फैजल, अनिल मिश्रा और मोनू यादव के साथ कार से सीहोर स्थित ढाबे पहुंच गया। वहीं उनके पीछे जावेद भी अपने दोस्त सौरभ पंड़ित के साथ बाइक से पहुंचा। ढाबे पर सभी लोगों ने मिलकर जमकर शराब पी और खाना खाने के बाद घर की ओर लौटने लगे। इसके बाद सभी युवक शाहजहांनाबाद में एक साथ मिले, जहां से जावेद और सौरभ पंड़ित अपने-अपने घर चले गए और अनस भी कार लेकर अपने घर की ओर रवाना हो गया।

अनस घर के सामने कार की ड्रायविंग सीट पर बैठकर साथियों के साथ सिगरेट पी रहा था। इस बीच वहां सौरभ और जावेद एक आॅटो से पहुंचे। इससे पहले की अनस और उसके साथी कुछ समझ पाते, सौरभ ने चाकू निकालकर फैजल, अनिल और मोनू पर अड़ा दिया। वहीं जावेद ने अनस से कहा कि आज मेरे उधारी के पैसों का हिसाब कर दे। इस पर उसने कल आने का कहकर बात टाल दी। गुस्से में जावेद ने पेंट की जेब से कट्टा निकाला और अनस के सीने पर अड़ा दिया। वह पैसे लेने की बात पर अड़ा हुआ था। यह बात अनस को मजाक लग रही थी। उसने जावेद से कट्टा अलग करने को कहा, लेकिन उसने गोली चला दी। इसके बाद अनस ड्रायविंग सीट से जमीन पर गिर गया। वारदात को अंजाम देने के बाद वह सौरभ के साथ पैदल भाग निकला। इस बीच सौरभ के चाकू से फैजल भी घायल हो गया था। साथियों ने घटना की जानकारी अनस के पिता जावेद को दी। इसके बाद घायल अनस को तत्काल हमीदिया अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने जावेद को गिरफ्तार कर उससे कट्टा बरामद कर लिया है। जबकि सौरभ फरार है।

यह थी हत्या की वजय: जावेद टेलीफोन केबल की ठेकेदारी का काम करता है। इससे पहले उसने अनस के साथ मिलकर प्रापर्टी का काम भी किया था। इस दौरान दोनों के बीच पैसों का लेनदेन हो गया। बताया जा रहा है कि जावेद को अनस से पैसे लेने थे। पैसे कितने लेने थे, इसका खुलासा न अनस के परिजन कर पाए और न ही पुलिस कुछ बताने को तैयार है। वहीं घटना के एक दिन पहले भी पैसे की बात को लेकर दोनों के बीच जमकर झगड़ा हुआ था।

सौरभ के पिता वकील: आरोपी सौरभ के पिता रवि पंड़ित सीबीआई के वकील हैं। इसी वर्ष उसने अपनी एमसीए की पढ़ाई पूरी की और नौकरी का तलाश कर रहा था। पुलिस ने बताया कि सौरभ कोर्ट में पेश होने की फिराक में घूम रहा है।

जावेद गया था दुबई: अनस से पार्टनरशीप टूटने के बाद जावेद दुबई चला गया और वहां से पैसा कमाने के बाद भोपाल लौट आया। इसके बाद उसने ठेकेदारी का काम शुरू किया था।

घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने हमीदिया अस्पताल में चल रहे हंगामे को शांत कराया। पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी जावेद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं फरार आरोपी की तलाश में पुलिस की टीम जगह-जगह छापेमार कार्रवाई कर रही है।

अभय सिंह, एसपी पुराना शहर

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