Wednesday, July 27, 2011

जंगल में रेप

ब्लैक मेल कर महिला से सामूहिक बलात्कार
मनोज राठौर
6 मार्च 2009 को रातीबड़ इलाके से लगे सूनसान जंगल में हवाएं रूक गई। बस झाड़ियों के पीछे से आ रही एक महिला की आवाज जंगल में गूंज रही थी। यह आवाज कुशलपुरा गांव में रहने वाली 30 वर्षीय उमा (परिवर्तित नाम) की थी। जिसके साथ गांव का बबलू उर्फ गोवर्धन जबरदस्ती कर रहा था। महिला ने लोगों को मदद के लिए पुकारती रही, लेकिन उसकी आवाज जंगल की खामोशी में दफन हो गई। महिला की इज्जत को तार-तार करने वाले बबलू ने उसे और उसके पति को जान से मारने की धमकी दी थी। सुहाग के खातिर उमा ने पति को अपने साथ हुई के बारे में नहीं बताया। यह सिलसिला यहीं थमा। इसके बाद बबलू और उसके साथी रज्जन ने महिला को अश्लील फोटो का भय दिखाकर उसकी इज्जत से एक साल तक खिलवाड़ किया।15 साल पहले सागर में रहने वाली उमा अपने पति रामसिंह और तीन बेटियों के साथ कुशलपुरा गांव में रोजगार की तलाश में आई। उसके परिवार को गांव में रहने वाले इकबाल मियां ने सहारा दिया। उन्होंने गांव से दूर स्थित अपने खेत में रहने के लिए एक झोपड़ी और रोजगार के लिएदुध बेचने का काम सौंप दिया। पति दुध बेचने के लिए रोजाना शहर जाता और पत्नी केरवा डेम से लगे जंगलों में भैंस चराती थी। उमा खुश थी कि सागर से आने के बाद उसके परिवार को दो जून की रोटी के लिए भटकना नहीं पड़ा। सब कुछ ठीक चल रहा था। मगर, 6 मार्च को उसकी जिंदगी में भूचाल आ गया। सुबह-सुबह रामसिंह दुध बेचने के लिए शहर चला गया। उमा भी घर का कामकाज निपटाकर भैंसों को लेकर जंगल की ओर चली गई। सूनसान जंगल में पत्थर पर बैठी उमा पेड़ों की ऊंचाईयों को देख रही थी। वह डरी और सहमी हुई थी। उसे ऐसा लग रहा था कि कोई उसे छीपकर देख रहा हो। दोपहर का समय था, इस बीच झाड़ियों के पीछे से बबलू निकला और उसने उमा को पकड़ने का प्रयास किया। मगर, उमा उससे दूर भाग गई। बबलू ने झपटकर उसकी साड़ी पकड़ ली और उसे उठाकर झाड़ियों के पीछे ले गया। वहां उसने उमा को अपनी हवस का शिकार बनाया। इसके बाद बबलू ने उसे धमकी दी कि यदि तूने किसी को बताया तो वह उसके परिवार को जान से खत्म कर देगा। शाम होने पर वह भैसों को लेकर घर पहुंची।
वह पति से कुछ कहना चाहती थी, लेकिन बबलू की धमकी से सहम उठती। रात भी गुजारपाना उसके लिए मुश्किल हो गया था, बार-बार उसे बबलू की खिनौनी हरकत याद जाती थी। इतना सबकुछ होने के बाद अगली सुबह बबलू का करीबी दोस्त रज्जन उमा के पास आया। उसने उमा को बताया कि बबलू ने तुम्हारे साथ जंगल में किया है, उसकी मोबाइल से फोटो उतार ली है। यह सुनकर उमा के पैरों तले जमीन खिसक गई। वह डर गई और आंखों से आंसू झलकने लगे। बबलू ने रज्जन के साथ मिलकर उमा को जाल में फंसाया। इसके बाद दोनों ने मिलकर उसके साथ सामूहिक ज्यादती की। यह खिनौना खेल एक साल तक चलता रहा। 10 मार्च 2010 को शैतान बन चुके रज्जन और बबलू ने उमा की 10 साल की बेटी रीना (परिवर्तित नाम) की इज्जत पर हाथ डालने की कोशिश की। उस दिन तो मां ने शैतानों से अपनी बेटी को बचा लिया था, लेकिन वह आरोपियों के इरादे समझ गई थी। बेटी की इज्जत की खातिर उसने अपने साथ हुई घटना की जानकारी पति राम सिंह को दी। इसके बाद दंपति थाने पहुंची और पूरी कहानी थानेदार निरंजन शर्मा को सुनाई। थानेदार ने मामला दर्ज कर आरोपियों को जेल भेज दिया।
बबलू और रज्जन की साजिश: गांव से दूर रह रही उमा पर दोनों आरोपियों की नजर दी। वह अकसर खेत पर जाकर महिला को अश्लील इशारे करते थे। एक दिन गांव में आई उमा का हाथ बबलू ने पकड़ लिया। मगर, किसी तरह उमा उसके चंगुल से छुटकर घर पहुंची और पति रामसिंह अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया। इस बात को लेकर रामसिंह और बबलू के बीच झगड़ा हुआ। इसके बाद उसने रज्जन के साथ मिलकर उमा को ब्लैकमेल करने की योजना बनाई थी।
नहीं थे फोटो: उमा पढ़ी-लिखी नहीं थी। उसे नहीं पता था कि आरोपियों के पास अश्लील फोटो नहीं है। वह उसे जबरन मोबाइल फोन दिखाकर डरा रहे थे। पुलिस ने भी आरोपियों के पास से अश्लील फोटो नहीं मिले।
ब्लैकमेल कर पैसे भी हडपे: अश्लील फोटो पूरे गांव के लोगों को दिखाने की धमकी देकर बबलू और रज्जन ने उमा को सामूहिक हवस का शिकार बनाया। अगस्त माह में आरोपियों से छुटकारा पाने के लिए उमा ने उन्हें 30 हजार रुपए नगद, एक चांदी की पायल और मंगलसूत्र दिया। हालांकि, इसके बाद भी उन्होंने उसका पीछा नहीं छोड़ा और उसे प्रताड़ित करते रहे।
आपराधिक प्रवृत्ति के बबलू और रज्जन: थानेदार निरंजन शर्मा ने बताया है कि बबलू और रज्जन आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। उनके खिलाफ थाने में मारपीट, अड़ीबाजी समेत दर्जनभर मामले दर्ज हैं। गांव में वे अकसर महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करते थे। उनकी शिकायत आए दिन थाने पहुंचती थी।
गांव में रहने वाले रज्जन और बललू ने महिला को साजिश के तहत ब्लैकमेल किया। इसके बाद उसके साथ एक साल तक ज्यादती की। एक दिन आरोपी नशे की हालत में घर में घुस गया और उसने महिला की बेटी की इज्जत पर हाथ डालने की कोशिश की। इसके बाद महिला ने पति को घटना की जानकारी दी। बाद में दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। थाने में आई शिकायत की जानकारी दोनों आरोपियों को नहीं थी। इस कारण वे भाग नहीं पाए और पुलिस ने देर रात उनके घर पर दबिश देकर दोनों को दबोच लिया।
निरंजन शर्मा, थाना प्रभारी

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